
महिलाओं की तुलना में पुरुषों के कोविड -19 से मरने का खतरा दोगुना है.
कम आय, शिक्षा का निम्न स्तर, अविवाहित (Unmarried) और कम या मध्यम आय वाले देशों में पैदा होने वाले जैसे कुछ ऐसे फैक्टर हैं जो इन लोगों में कोविड-19 (Covid-19) से मरने का सबसे ज्यादा जोखिम बढ़ा रहे हैं.
- News18Hindi
- Last Updated:
October 14, 2020, 3:24 PM IST
ड्रेफॉल के अनुसार, कम आय, शिक्षा का निम्न स्तर, अविवाहित और कम या मध्यम आय वाले देशों में पैदा होने वाले जैसे कुछ ऐसे फैक्टर हैं जो इन लोगों में कोविड-19 से मरने का सबसे ज्यादा जोखिम बढ़ा रहे हैं. ड्रेफॉल ने कहा- हम दिखा सकते हैं कि विभिन्न जोखिम वाले कारकों के यहां अलग-अलग और स्वतंत्र प्रभाव हैं जिन पर कोविड -19 (Covid-19) पर हुई बैठक में खुलकर बातचीत की गई है.
ये भी पढ़ें – कोरोना वायरस से पड़ रहा पुरुषों के सेक्स हॉर्मोन्स पर असर, जानिए
क्या कहता है आंकड़ायह अध्ययन स्वीडन में कोविड-19 से मरे 20 और उसके अधिक उम्र के व्यस्कों के स्वीडिश नेशनल बोर्ड ऑफ हेल्थ एंड वेलफेयर में पंजीकृत मौतों के आकड़ों पर आधारित है. नेचर कम्युनिकेशंस नामक पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में, ड्रेफॉल ने बताया कि विदेश में पैदा होने वाले लोगों की स्वीडन में जन्म लेने वाले लोगों की तुलना में मृत्यु दर कम है. वहीं, कम आय और शिक्षा का निम्न स्तर भी लोगों में कोविड-19 से मरने का जोखिम बढ़ा रहा है.
महिलाओं की तुलना में पुरुषों के लिए अधिक खतरा
निष्कर्षों से पता चला है कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों के कोविड -19 से मरने का खतरा दोगुना है जो पिछले कई अध्ययनों में बताया गया है. अध्ययन के मुताबिक अविवाहित पुरुषों और महिलाओं में विवाहितों की तुलना में कोविड-19 से मरने का जोखिम डेढ़ से दोगुना ज्यादा है. वहीं, विवाहित पुरुषों की तुलना में अविवाहित पुरुषों का मृत्युदर अधिक है जिसका कारण बायोलॉजी और लाइफस्टाल जैसे फैक्टर हैं. रिसर्च टीम के मुताबिक, पहले के कई अध्ययनों से यह भी पता चला है कि सिंगल और अविवाहित लोगों में विभिन्न बीमारियों के कारण भी मृत्युदर में बढ़ोतरी हुई है.