
बिहार क्रिकेट संघ में बवाल मचा हुआ है.
सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट (Syed Mushtaq Ali T20 tournament) के लिए बिहार क्रिकेट संघ (BCA) के अध्यक्ष तिवारी के गुट ने आशुतोष अमन की कप्तानी वाली 20 सदस्यीय टीम जारी की है. सचिव संजय के गुट ने केशव कुमार की कप्तानी वाली टीम का चयन किया है.
- News18Hindi
- Last Updated:
December 27, 2020, 10:09 PM IST
‘बीसीए सचिव की टीम फर्जी’
इंडियन प्रीमियर लीग के शुरुआती याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा के बेटे लखन राजा को सचिव गुट की टीम का उप कप्तान नियुक्त किया गया है. जब बीसीए अध्यक्ष तिवारी से दो टीमों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “यह कोई मुद्दा नहीं है. बीसीसीआई ने हमें ओडीएमएस सॉफ्टवेयर का पासवर्ड दिया है जिसका इस्तेमाल खिलाड़ियों के पंजीकरण के लिए किया जाता है. हमारी सूची के अनुसार बीसीसीआई ने चेन्नई के जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में हमारे लिए 30 कमरे बुक किए हैं. सचिव की टीम फर्जी है.”
तिवारी ने कहा कि शीर्ष परिषद ने संघ विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए सचिव संजय को निलंबित किया है. उन्होंने कहा, “शीर्ष परिषद के आठ सदस्यों ने संजय को पद से बर्खास्त करने के पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. उसने अपने बेटे शिवम संजय कुमार और आदित्य वर्मा के बेटे लखन राजा को टीम में जगह दी है.”सबा करीम पर उठाए सवाल
सचिव संजय ने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि निवर्तमान महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम ने पंजीकरण पासवर्ड मुहैया कराया. संजय ने पत्र में लिखा, “सबा करीब ने महाप्रबंधक के अपने पद का गलत इस्तेमाल किया और बीसीए के खिलाड़ियों के पंजीकरण के ओडीएमएस के लॉग इन जानकारी गैरकानूनी तरीके से बदल दी और अपनी पसंद के व्यक्ति को जानकारी मुहैया करा दी.”
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दूसरी ओर आदित्य वर्मा ने कहा कि बिहार क्रिकेट अपने सबसे बदतर संकट से गुजर रहा है. उन्होंने कहा, ”बिहार क्रिकेट को माफिया चला रहा है. बीसीसीआई को पर्यवेक्षकों की टीम भेजनी चाहिए जो ट्रॉयल का आयोजन कर सके.” वर्मा ने हालांकि संजय की टीम में अपने बेटे राजा के उप कप्तान के रूप में चुने जाने पर कोई टिप्पणी नहीं की. बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी ने एक क्रिकेटर के रूप में राजा की क्षमता पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, “पिछले साल रणजी मैच के बाद लाखन का प्रदर्शन जांच के दायरे में है और जांच की गई थी. उसके निहित स्वार्थ हैं.