नई दिल्ली: मैनचेस्टर यूनाइटेड (Manchester United)के मिडफील्डर पॉल पोग्बा (Paul Pogba) ने बीते सोमवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स को गलत बताया है जिनमें कहा गया था कि फ्रांस (France) के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) के ‘इस्लामिक आतंकवाद’ वाले विवादित बयान के बाद ये फुटबॉलर फ्रांस छोड़ देंगे.
सोशल मीडिया पर पोग्बा का जवाब
पोग्बा ने इंस्टाग्राम पर मीडिया रिपोर्ट्स को शेयर करते हुए लिखा, ‘मेरे बारे में जो खबर चल रही है वो पूरी तरह बेबुनिया है, मैंने ऐसा न कभी कहा और न कभी सोचा, मैं हैरान, निराश और गुस्से में हूं. कुछ मीडिया सूत्रों ने फ्रांस के इस संवेदनशील मुद्दे को लेकर फेक हेडलाइन बनाने के लिए मेरा इस्तेमाल किया. इस काम के लिए मेरे धर्म और फ्रेंच नेशनल टीम को घसीटा गया.’
‘मेरा मजहब अमन और मोहब्बत सिखाता है’
पोग्बा ने आगे कहा, ‘मेरा मजहब अमन और मोहब्बत सिखाता है और इसका सम्मान होना चाहिए. बदकिस्मती से कुछ मीडियाकर्मी खबर लिखते वक्त जिम्मेदारी से पेश नहीं आते हैं और अपनी प्रेस फ्रीडम का गलत इस्तेमाल करते हैं. वो इस बात की जांच नहीं करते कि जो बात वो लिख रहे हैं, वो सही है या नहीं. ये लोग अफवाह तैयार करते हैं, इस बात की परवाह किए बगैर कि ये लोगों की जिंदगी पर कैसा असर डालेगा.’
कानूनी कार्रवाई करेंगे
पॉल पोग्बा ने कहा है कि, ‘इस 100 फीदसी फेक न्यूज को छापने और फैलाने वालों के खिलाफ मैं लीगल एक्शन लेने जा रहा हूं, खासकर ‘द सन’ के खिलाफ जो आमतौर पर किसी बात की परवाह नहीं करता. तुम में से कई लोग स्कूल गए होंगें, याद करो कि तुम्हारे टीचर ने तुमसे कहा होगा कि हमेशा सूत्रों की जांच करो. बिना तसल्ली किए कुछ भी मत लिखो. लेकिन तुमने ऐसा इस बार एक गंभीर मुद्दे को लेकर किया. शर्म आनी चाहिए तुम्हें.’
फ्रांस के राष्ट्रपति का विवादित बयान
पोग्बा को लेकर ये अफवाह तब फैलाई गई थी जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इतिहास के दिवंगत शिक्षक को श्रद्धांजलि देते हुए कहा था कि विवादित बयान देते हए कहा था, ‘इस्लाम (Islam) एक ऐसा धर्म है जिससे आज पूरी दुनिया में संकट में है.’ मैक्रों के इस बयान का पूरी दुनिया में विरोध हो रहा है.
(इनपुट-Reuters)