
सनराइजर्स हैदराबाद ने 88 रन से मुकाबला जीता था (फाइल फोटो )
डेविड वॉर्नर (David Warner) अश्विन को नॉट आउट दिए जाने के बाद रिव्यू ले सकते थे, मगर उससे पहले ही अंपायर ने इशारा करके बता दिया कि उनका रिव्यू बर्बाद हो सकता है
- News18Hindi
- Last Updated:
October 28, 2020, 2:45 PM IST
आईपीएल के खेल के नियमों के अनुसार रिव्यू लेने या न लेने के फैसले से पहले खिलाड़ी किसी भी पहलू के बारे में अंपायर से चर्चा नहीं कर सकता. आईपीएल की खेल की शर्त के अनुच्छेद 3.2.3 के अनुसार किसी भी परिस्थिति में खिलाड़ी को रिव्यू लेने या न लेने का फैसला करने से पहले किसी भी पहलू पर अंपायर से पूछताछ करने की अनुमति नहीं है. अगर कोई कप्तान या फिर खिलाड़ी मैदान पर मौजूद खिलाड़ियों के अलावा अन्य किसी और से रिव्यू लेने या न लेने के बारे में पूछता है तो अंपायर के पास यह अधिकार है कि वह उसे नकार सकता है. खासकर ड्रेसिंग रूप से संकेत नहीं दिए जाने चाहिए. अगर कोई ऐसा करता है तो वह नियम का उल्लंघन माना जाता है.
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कमेंटेटर्स ने उठाए सवाल
कमेंटेटर्स स्कॉट स्टाइरिस और संजय बांगड़ ने भी अंपायर के एक्शन पर सवाल उठाए हैं. स्टाइरिस ने कहा कि क्या अंपायर को ऐसा करना चाहिए था. वहां खड़े होकर बल्ला बोल रहे हैं. स्टाइरिस ने कहा कि उनके जमाने में DRS नहीं होता था, उस समय अक्सर अंपायर ऐसे एक्शन करते थे. उसमें कोई समस्या नहीं थी, क्योंकि वह फील्डिंग टीम बताते थे कि आउट क्यों नहीं दिया गया. संजय बांगड़ भी स्टाइरिस की बात से सहमत हुए. वहीं चर्चा में शामिल हुए पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने कहा कि गेंद बल्ले को छूई है, यह बताने के लिए हाथ को दबाना अंपायर्स का यूनिवर्सल इशारा है. यह इशारा फील्डिंग कर रही टीम को बताने के लिए होता है कि गेंद बल्ले से लगी है.